गर्मी आते ही भेड़ और बकरियों के बीमार होने की तादाद तेजी से बढ़ जाती है। ऐसे में छोटे किसानों और पशुपालकों की परेशानी में भी काफी इजाफा हो जाता है। इसे देखते हुए आइवीआरआइ वैज्ञानिकों ने भेड़ और बकरियों के स्वास्थ्य के लिए दलहन खासकर मूंग की दाल को काफी बेहतर बताया है। पाया कि लगातार मूंग की दाल के भूसे को चारे के रूप में खाने वाली भेड़-बकरी धान और गेहूं का भूसा खाने वाले पशुओं की तुलना में ज्यादा सेहतमंद हैं।
गेहूं की फसल कटने के बाद जिले के अधिकांश किसानों के खेत दो महीने खाली रहते हैं। जिले में फिलहाल मूंग की फसल नहीं बोई जाती है। जबकि स्थानीय परिस्थितियों के लिए मूंग की खेती मुफीद है। ऐसे में गेहूं की फसल के फौरन बाद मूंग की दाल बोई जा सकती है।
किसानों और पशु पालकों को मूंग की दाल की खेती करने के लिए जागरूक किया जाएगा। इससे किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकेंगे। वहीं भेड़-बकरियों को भी उत्तम पोषाहार मिल पाएगा।
बौर का पत्ती क्या भाव मिलेगा