Dog

Anemia in Dogs

Red blood cells, or RBC's, are components of blood and are produced in the bone marrow of a dog. Causes of Anemia - Trauma Parasites Bleeding tumors Blood clotting problems Cancer Poor nutrition. How to Prevent Anemia- Feeding a balanced diet, using regular parasite preventatives, doing your best to prevent injuries that could cause excessive bleeding, and regularly seeing your veterinarian for physical examinations and blood screening may help decrease the likelihood of anemia developing in your dog.

Wheezing in Dogs

Causes of Wheezing- something in their trachea (windpipe) or further down their airway is blocking the flow of air. How to Prevent Wheezing - Congestive heart failure, tracheal collapse, and allergies, for the most part, cannot be prevented. They are something that your dog may or may not be predisposed to or born with. However, foreign bodies and heartworm disease can be easily prevented. Wheezing in dogs, even if not immediately urgent, is something that you should have checked out by your vet. Your vet can help determine what is causing your dog's wheezing and how best to treat it.

Eye Boogers in Dogs

Eye boogers can be clear, white, yellow, red, dark brown, or black in color and can build up in the corners of your dog's eyes. Causes of Eye Boogers in Dogs - There are several reasons why a dog may develop eye boogers. Some causes of eye boogers are completely normal while others require veterinary attention. Treatment- If your dog has problematic eye boogers, various eye ointments and drops may be needed to treat inflammation, infection, high eye pressures, and wounds. Tear ducts may need to be flushed if they are blocked but occasionally surgery may be needed. Eyelids that abnormally roll into the eyes may need to be surgically corrected

What is the most common dog disease?

Oral infections are actually the most common dog disease and tend to become an issue in dogs after the age of three. Tartar and gingivitis are among the most common oral issues while the more severe periodontal diseases, such as abscesses tend to occur more often in older dogs in the later stages of their life.

How do you treat a sick dog?

Give cooled, boiled water little and often. If your pet is vomiting and unable to keep food down, you can try missing one meal, although still allow access to water. Then, offer small amounts of a white meat diet such as boiled chicken or boiled fish (cod or coley), with white rice.

कुत्तों को होने वाली आम बीमारियां

1. हलकाव (रेबीज़): यह एक लाइलाज विषाणु रोग है। इस रोग के विषाणु बीमार कुत्ते के थूक में होते हैं। यदि बीमार कुत्ता तंदरूस्त कुत्ते को काट जाये तो यह बीमारी हो सकती है। इस बीमारी के लक्षण रेबीज़ कुत्ते के काटने से 3 सप्ताह से 3 महीने तक आ जाते हैं। इस बीमारी के दो मुख्य लक्षण: प्रत्यक्ष रूप में कुत्ता मनुष्यों या जानवरों को काटता है, मुंह में से थूक निकालता है। 2. पार्वो की बीमारी: यह एक विषाणु रोग है जो कि पेट और आंतड़ियों में सोजिश करता है। इस बीमारी के मुख्य लक्षण: रेबीज़, बुखार, उल्टियां और खूनी दस्त हैं। 3. जिगर की सोजिश: यह विषाणु रोग है। इस बीमारी का पहला लक्षण 2 -3 दिन तक बुखार का रहना। इस बीमारी के मुख्य लक्षण: कुछ दिनों के बाद उल्टियां, खूनी दस्त, पीलिया, पेट दर्द। 4. लैप्टोसापाइरोसिस: इस बीमारी का कारण लैप्टोसपायरा नामक कीटाणु है। यह कीटाणु कुत्ते के शरीर में दाखिल होने के बाद खून के द्वारा सारे शरीर में फैल जाते हैं। इस बीमारी के मुख्य लक्षण: तेज बुखार, नाक में से खून का बहना, खूनी दस्त। 5. पैराइन्फ्लूएंजा विषाणु रोग: इस रोग को कैनल कफ के नाम से जाना जाता है। इस बीमारी के मुख्य लक्षण: खांसी इसकी मुख्य निशानी है। 6. डिसटैंपर की बीमारी: यह एक विषाणु रोग है।

आसान तरीको से करे अपने डॉग को मोटा

1.उच्च गुणवत्ता वाले भोजन- 1. कोई भी डॉग फुड लेते समय उसमें मौजूद वसा (फैट) प्रोटींस तथा विटामिंस कि पुष्टी करना ज़रूरी हैं क्योंकि यदी आप अपने डॉग के वजन बढ़ाना चाहते हैं एक अधिक फैट व प्रोटींस वाले फुड का चुनाव करें। 2. अपने डॉग को देने वाले भोजन में चिकन, लैंब मीट, एग, सोलोमन, पोर्क मीट,पम्पकिन जैसे इंग्रीडिएंट की जांच करें क्योंकि यह सभि डॉग को हैल्थी व वज़न बढ़ाने में सहायक होते है। 2- भोजन की मात्रा- आगर आप डॉग को दिन मै दो बार भोजन देते हैं तो उसके स्थान आप उसे दिन मै तीन बार भोजन दे 3.हैल्थ सप्लीमेंट्स - जिसकी पूर्ति के लिए आप हैल्थ सप्लीमेंट्स का सहारा ले सकते यह डॉग के बढ़ते शरीर के लिए ज़रूरी पर्याप्त मात्रा मै उच्च गुणव्ता वाले कैलोरीज़,प्रोटीन, फैट प्रदान करता है यह डॉग का वजन बढ़ाने व मसल्स डेवलेपमेंट मैं सहायता करता हैं तथा शरीर को ऊर्जा प्रदान करता हैं 4.मनुष्यों का भोजन- अंडा- egg, चिकन, छेना – Cottage Cheese 5.भोजन में बदलाव- भोजन मैं बदलाव कुछ इस प्रकार से करना है यदि आप अपने डॉग को घर का भोजन देते है उसमे कुछ बदलाव कीजिये जैसे की हाई प्रोटीन व फैट वाली चीजे मांस, चिकन, अंडा, दूध, छेना इत्यादि चीजें शामिल जरूर करे। 6.डीवर्मिंग-Diworming- दोस्तो डीवर्मिंग बहुत ज़रूरी प्रक्रिया होता हैं किसी भी डॉग को हेल्थि व स्वस्थ्य बनाये रखने के लिए दोस्तो डीवर्मिंग का मुख्य उदेश्य होता हैं डॉग के पेट मैं मौजूद कीड़ो को मारना यदि आप अपने डॉग की प्रोपर् डीवर्मिंग नही करते हैं उन्हे लूस मोशन दस्त जैसी शिकायत होती है जिस की वजह से यह बहुत कमजोर तथा बीमार रहते हैं। 7.पोषक तत्वों की पूर्ति- एक डॉग के सम्पूर्ण विकास हेतू उसे विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यक्ता होती हैं तथा डॉग के शारिरीक व मानसिक ग्रोथ एवम डेवलेपमेंट को सुनिश्चित करने के लिए बहुत जरूरी है कि उसे सभी पोषक तत्व संतुलित मात्रा मै प्राप्त हों पोषक तत्व डॉग के विकास मै अहम भूमिका निभाते हैं। डॉग को मोटा करने के लिए यह आवश्यक है कि आप उन्हे अलग अलग प्रकार के भोजन दे जिस से कि डॉग ज़रूरी पोषक तत्त्व पर्याप्त मात्रा मै मिल पाए। आईए जानते डॉग को मोटा व सेहतमंद बनाने के लिए किन ज़रूरी पोषक तत्वों की आवश्यकता होती हैं। *कैल्सियम *विटामिन्स *कार्बोहाइड्रेड

जर्मन शेफर्ड की विशेषताएं –German shepherd ki khasiyat

जर्मन शेफर्ड की विशेषताएं –German shepherd ki khasiyat जर्मन शेफर्ड डॉग बेहद बुद्धिमान ताकतवर और फ़ुर्तिले होते है वैसे तो यह एक गार्ड डॉग के रूप मैं पूरे विश्व मैं जाने जाते लेकिन यह इसके साथ ही साथ एक बहुत अच्छे फैमिली डॉग भी होते है तथा यह सबसे मोस्ट इंटेलीजेंट डॉग्स की लिस्ट मैं तीसरे नंबर पर शामिल हैं। जर्मन शेफर्ड डॉग अपनी वफादारी के लिए भी बहुत मसहूर है और अपने मालिक को किसी भी प्रकार की मुसिबत मैं देखकर बहुत जल्दी रक्षात्मक अपना स्वभाव दिखाने लगते हैं इसके अलावा यह सीखने के मामले मैं बहुत अच्छे स्टूडेंट होते है और नयी चीजों को बहुत आसानी के साथ सीख सकते हैं। जिसके वजह से इन्हे किसी भी प्रकार की ट्रेनिंग देना बहुत सरल हो जाता हैं। जर्मन शेफर्ड एक गॉर्ड डॉग श्रेणी के डॉग हैं जिनकी सुघने और चीजों को समझने की क्षमता अन्य कुत्तो की तुलना मैं काफी अधिक होती हैं इन्हे एक सामान्य कुत्तो से अलग दर्जा देता हैं। जर्मन शेफर्ड की शारीरिक संरचना दूसरे कुत्तो से काफी अलग होती हैं जिसके कारण यह जाने जाते हैं एवं दुनिया भर मैं बेहद लोकप्रिय भी हैं तथा इनकी यह शारीरिक संरचना इन्हे एक बेहतरीन धावक बनती हैं तथा एक व्यस्क सेहतमंद जर्मन शेफर्ड 48 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ सकता हैं। जर्मन शेफर्ड के बाल इसकी शारीरिक संरचना व् इसका आकर इसे एक सुन्दर कुत्ते के रूप मैं प्रस्तुत करता हैं और भीड़ से अलग करता हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से जर्मन शेफर्ड एक उत्तम डॉग के रूप मैं जाने जाते हैं यह अजनबियों से बिलकुल भी मिलनसार नहीं होते हैं किसी बाहरी या अनजान व्यक्ति को आपके आज्ञा के बिना आपके या आपके सम्पत्ति के पास जाने नहीं देते हैं।